विकास सिर चढ़कर बोला
ग्रेटर नोएडा के आमका गांव में योगी सरकार का विकास सिर चढ़कर बोलता हुआ
हिन्दुत्व के नाम पर आंखें मूंदकर राजनीति करने वाले लोग खबरों को प्रभावित करने के लिए अनर्गल बातें न करें। उत्तर प्रदेश में सरकार भाजपा की है तो आलोचना पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की नही होगी। हम भारत के नागरिक हैं भारत के उत्तर प्रदेश में रहते हैं। जन समस्यायों और Law & Order के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करके ही कहेंगे। उत्तर प्रदेश की जन समस्यायों के लिए ममता बनर्जी, अरविन्द केजरीवाल, हेमंत सोरेन, भगवंत मान या फिर किसी दूसरे प्रदेश के मुख्यमंत्री की आलोचना करें ? हर किसी को सरकारी विज्ञापन और नेताओं के फेंक हुए टूकडों पर पलने वाले पत्रकारों की श्रेणी में ना रखें। निष्पक्ष पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों द्वारा पूर्व में बसपा और सपा सरकारों की आलोचना की जाती रही हैं। उसकी बदौलत ही आज भाजपा सरकार बनाने में कामयाब रही है। कान खोलकर सुन लिजिए हमें प्रभावित करने की कोशिश बेकार जाएंगी। हम पूर्व की सरकारों के समय की भ्रष्टाचारी और तानाशाही में डूबी सरकारी मशीनरी के फर्जी मुकदमों को झेलकर ही यहां खड़े हैं। समझ लीजिए हम लोकतंत्रिक देश के नागरिक हैं, भाजपाई छूट भैय्यें हमें गुलाम बनाने की मंशा बिल्कुल भी न पालें। फर्जी मुकदमों और जेल जाने के खोफ से हम सच्चाई लिखना नही छोड़ेंगे, लिखते थे, लिखते रहें हैं, आगे भी लिखेंगे ~ संजय भाटी (धर्मनिरपेक्षता वादी)
संजय भाटी/मधु चमारी/सुप्रीम न्यूज
दादरी। विकास को तरसता ग्रेटर नोएडा दादरी का आमका गांव। ग्रेटर नोएडा की दादरी तहसील का आमका गांव नाली खरंजा एवं पानी के निकास के लिए तरस रहा है।
आमका गांव के निवासियों को गंदगी से पैदा हुई बीमारियों का डर सता रहा है। दूसरी ओर गांव में रहने वाले लोगों की गंदगी और अव्यवस्थाओं के कारण समाज की नजरों में दयनीय बनी हुई है। गांव का मुख्य मार्ग टूटा हुआ है। मुख्य मार्ग पर कीचड़ भरे होने के कारण गांव के लोगों का गांव से पैदल निकलना दूभर हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश स्तर पर महामारी के खिलाफ सफाई अभियान चला रखा है वही गौतम बुद्ध नगर जिला विभाग आंखें मूंदकर कबूतर बना हुआ बैठा है। ग्राम वासियों का कहना है कि अनेकों बार शिकायत करने के बावजूद भी नाली, खरंजा, पक्की सड़क एवं पानी के निकासी के लिए कोई कार्यवाही अभी तक नहीं हुई है।
वैसे तो आप सभी रोज देखते व पढ़ते होंगे कि ग्रेटर नोएडा में हमारे देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, केंद्र सरकार के मंत्रियों से लेकर राज्य सरकार के मंत्रियों का आना जाना लगा ही रहता है।
आप सभी आए दिन अखबारों और टीवी चैनलों से लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर भी वीवीआईपी के जिले में आने की खबरें पढ़ते रहते होंगे। जिसके साथ साथ आपको पूरे देश में कितनी तरक्की हो रही है इसकी जानकारी भी अखबारों और टीवी चैनलों के खोलते ही मिल जाती होगी
लेकिन हम आपको लगातार उत्तर प्रदेश की शो विंडो कहें जाने वाले गौतमबुद्धनगर की हकीकत से रूबरू कराते रहते हैं।
गौतमबुद्धनगर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटा हुआ है। गौतमबुद्धनगर को हम उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी भी कह सकते हैं।
हम आपको गौतमबुद्धनगर की चमचमाती सड़कों के अलावा उन सड़कों पर लेकर जाते हैं। जिनकी तस्वीरें भाजपा की सरकार आने के बाद से मीडिया ने आपको दिखाने की जरूरत नही समझी।
तस्वीर में आपने जो सड़क देखी है। वे दादरी तहसील के आमका गांव से GT रोड़ की ओर जाने वाली गांव के मुख्य मार्ग की है।
ये हाल केवल आमका गांव का ही नही है। जिले के दूसरे गांवों का हाल इससे भी बदतर है। अपने पाठकों, जनपद वासियों और दूसरे मीडिया संस्थानों से जुड़े सभी जन सरोकार रखने वाले पत्रकारों से भी आग्रह करते हैं कि वे जन सरोकार रखने वाले मुद्दों पर अपने मीडिया नेटवर्क पर इस तरह की खबरों को अधिकाधिक स्थान दें। हम भी आपके साथ है। इसके साथ हम जन सरोकार से ओतप्रोत खबरें प्रकाशित करने के लिए फ्यूचर लाइन टाइम्स के संपादक और पत्रकार मनोज तोमर को धन्यवाद करते हैं
सूरजपुर से दादरी जाने वाले रोड़ पर नजर डालें
इससे पहले हम आपको नोएडा से ग्रेटर नोएडा के एंट्री पॉइंट से लेकर दादरी तक सड़क की जगह-जगह जर्जर हालत को दिखा चुके है। यदि दस किलोमीटर में छोटे बड़े सौ से अधिक ऐसे गड्ढे होंगे जो वाहनों को क्षति पहुंंचातें हैं। इन गड्ढों के कारण हादसों की स्थिति निरंतर बनी रहती है।
अब आप समझ सकते हैं कि ये सड़कें उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी गौतमबुद्धनगर नगर की हैं। जहां तीन विकास प्राधिकरण काम कर रहे हैं।
(1) नई ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (नोएडा)
(2) ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (ग्रेटर नोएडा)
(3) यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण