उत्तरप्रदेशगौतमबुद्धनगर
प्रेस क्लबिया पत्रकार की अवैध वसूली के विडियो को सवा पांच सौ लोगों ने देख कर आंखे मूंद ली
प्रेस क्लब ग्रेटर नोएडा के पदाधिकारियों और सदस्यों ने भी किया मौन धारण
सुप्रीम न्यूज के लिए मधु चमारी दादरी, गौतमपुरी वाली की विशेष रिपोर्ट
https://supremenews.online/?p=9564
क्या पत्रकार अवैध वसूली करते हैं? क्या आप सिर्फ इसका जबाब जानना चाहते हैं? तो इसका जबाब हम सिर्फ यही दे सकते हैं कि आप बहुत पिछड़ी हुई सोच रखते हैं। वर्तमान समय में ये किसी भी तरह से सवाल नही है। यदि आप वास्तव में इतना भी नही जाते तो जहां तक हम आपको ले जाना चाहते हैं। हम आपको वहां तक नही ले जा पाएंगे।
दैनिक सुप्रीम न्यूज के ट्विटर @SupremeNewsG पर देखिए
विडियो में ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब के कार्यकारिणी सदस्य श्री सुंदरलाल शर्मा शराब के ठेके पर ओर रेट के चलते तीन हजार रुपए मंथली लेते हुए
सोशल मीडिया और ट्विटर देवा जिन्दाबाद
अपने नंबर का इंतजार करो
हम ऐसे ही ट्विटर पर नही आए
गौतमबुद्धनगर के पत्रकारों से आग्रह है कि पहचान कर बताएं ये कौन साहब है?
किसी बात के तीन हजार लिए जा रहे हैं?
क्या यही पत्रकारिता है?@SushilT27047691@NoidaMediaClub @Dkumarchandel pic.twitter.com/kgD8bIK4vw
— दैनिक सुप्रीम न्यूज (@SupremeNewsG) October 18, 2022
वैसे आप में से बहुत से लोग इसे बहस का मुद्दा नही बनाना चाहते होंगे। क्योंकि अधिकांश लोग इतना तो जानते ही हैं। कि पत्रकार अवैध वसूली करते हैं। वे इसके लिए किसी प्रमाण की मांग भी नही करेंगे। दरअसल हम आपको एक पत्रकार द्वारा अवैध वसूली करने के मुद्दे से कुछ आगे ले जाना चाहते हैं।
यह तो एक आम बात है पत्रकार तो छोड़िए जिसका जहां मौका लगता है वह चुकता नही है। इसमें कुछ नया या खास नही है। पत्रकार तो अवैध उगाही करते ही हैं। वास्तव में तो मुद्दा ही नही है। न ही हम इस विषय पर सिर्फ बार-बार आना चाहते हैं। इस पर तो हम सिर्फ ये कह रहे हैं कि पत्रकार के अलावा और भी बहुत से हैं जिनके घर अवैध उगाही के पैसे से ही चलते हैं।
यहां मुद्दा ये है कि एक पत्रकार नही वरिष्ठ पत्रकार कैमरे में मंथली वसूलते हुए कैद हुआ है। यूं कहें कि एक माननीय, सम्मानीय, श्री श्री एक लाख आठ स्तर का क्लबिया सदस्य फिर एक बार कैमरे में कैद हो गया। वो भी कार्यकारिणी सदस्य। जी हां ये वास्तविकता है। हम आपको इसके प्रमाण दें रहे हैं।
हद तो ये है कि पत्रकार सिरोमणी श्री सुंदरलाल शर्मा पत्रकारिता के क्षेत्र में विशेष योगदान के चलते “ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब” के कार्यकारिणी सदस्य मनोनीत किए गए हैं। जिसका प्रमाण पत्र प्रेस क्लब के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष आदि ने विषेश सम्मान के साथ फोटो खींचवा कर दिया है।
अब एक और खास बात यह है शराब के ठेके से तीन हजार रुपए महीने लिए जाने के विडियो को ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र चंदेल व नोएडा मीडिया क्लब के अध्यक्ष श्री पंकज पाराशर के साथ-साथ दोनों प्रेस क्लब के ट्विटर अकाउंटों पर टैग किया गया है। लेकिन दोनों जगह से कोई प्रतिक्रिया नही दिखाई दे रही है।
ये सभी आम तौर पर चप्पे चप्पे पर नजर रखने वाले लोग हैं। फिर भी अब आंखें बंद कर ली हैं। अब इस आप क्या कहेंगे? कलम के सिपाहियों की कलम की नानी इतनी बुरी तरह मर गई है कि ट्विटर पर दोनों प्रेस क्लब के पत्रकारों के मुंह पर टेप चिपक गई है। आप नीचे लिंक में दिये गए हमारे ट्विटर अकाउंट पर देख सकते है
@GNPC247 @NoidaMediaClub @Dkumarchandel @PANKAJPARASHAR_ महोदय कृपा जानकारी दें कि माननीय सम्माननीय परम श्रद्धेय श्री सुंदरलाल शर्मा जी वर्तमान में प्रेस क्लब में क्या योगदान दे रहे हैं?
वे किस पद पर सुशोभित है?
आपके द्वारा दर्ज कराए जाने वाले फर्जी मुकदमों के लिए हम तैयार हैं pic.twitter.com/2l0fRDloZu
— दैनिक सुप्रीम न्यूज (@SupremeNewsG) October 19, 2022
अब यहां पर अहम सवाल यह है कि प्रेस क्लब ग्रेटर नोएडा के कार्यकारिणी सदस्य का अवैध वसूली का विडियो वायरल हो रहा हो और गौतमबुद्धनगर के कलम के सिपाहियों की बोलती बंद हो? बात इतने पर ही नही रुकती। बल्कि इससे भी बड़ा सवाल यह है कि प्रेस क्लब ग्रेटर नोएडा के अध्यक्ष सहित समस्त पदाधिकारियों और सदस्यों तक ने आंखें बंद कर ली हैं।
आकाओं का आदेश होता तो अब तक निकाल देते
आरे भई कोई तो कुछ बोलो? ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब तो बहुत ईमानदार छवि के पत्रकारों का संगठन है जब कभी भी किसी पत्रकार पर कोई अर्जी-फर्जी मुकदमा दर्ज होता है तो पुलिस के आदेशों पर क्लब से निष्कासित करने में पल भर भी नही लगते। रमन ठाकुर और उदित गोयल के मामले में तो आप ने अपने आम चूसक सहयोगियों पर त्वरित कार्रवाई कर ईमानदारी की मिसाल बना दी थी
पाठकों और पत्रकारिता से जुड़े साथियों को विशेष रूप से अवगत कराना है कि श्री सुंदरलाल शर्मा को अब तक दो अखबारों इसी तरह की अवैध उगाही की शिकायतों के चलते अपने संस्थानों से निष्कासित कर चुके हैं।
अवैध वसूलियों के साथ-साथ प्रेस क्लब में वजूद बढ़ता रहा
यहां पर हम यह जानकारी देना भी जरूरी समझते हैं कि एक तरफ श्री सुंदरलाल शर्मा के अवैध वसूली करने के चलते अखबार मालिक और संपादक उनसे दूरियां बनाते रहे लेकिन दूसरी ओर प्रेस क्लब ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्धनगर में उनका स्थान बढ़ता रहा। उम्मीद है कि जल्द ही आप अवैध वसूली में माहिर श्री सुंदरलाल शर्मा को किसी न किसी प्रेस क्लब के अध्यक्ष पद को सुशोभित करते देख सकते हैं।