कोर्ट/कचहरीगौतमबुद्धनगर
कोर्ट में कार्यरत घूसखोर कर्मचारियों की तानाशाही और भ्रष्टाचार चरम पर वकील पर किया हमला
अधिवक्ता की FIR में कर्मचारी पर पैसे की मांग की धाराओं का उल्लेख नही किया गया
सुप्रीम न्यूज। संजय भाटी
ग्रेटर नोएडा । गौतमबुद्ध नगर, सूरजपुर की जिला अदालत सूरजपुर में हंगामा, वकीलों ने किया कार्य का बहिष्कार, अदालती काम काज ठप्प, कोर्ट परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात। गौरतलब है कि जिला गौतमबुद्ध नगर की फैमली कोर्ट में अपने क्लाइंट के मुकदमें की पैरवी करने पहुंचे अधिवक्ता विनीत शर्मा को कोर्ट के कर्मचारी विपिन कपूर ने पीट दिया जिससे अधिवक्ता विनीत शर्मा बुरी तरह से घायल हो गए थे।
वायरल वीडियो में अधिवक्ता विनीत शर्मा की नानक से खून निकलता हुआ दिखायी दे रहा है। विनीत शर्मा एडवोकेट द्वारा अपने साथ हुई घटना की थाना सूरजपुर में शिकायत दर्ज कराई गई है।
भ्रष्टाचार बना अधिकार
कोर्ट कर्मचारी विपिन कपूर द्वारा फाइल पर वादी के हस्ताक्षर करवाने के लिए अधिवक्ता अजीत भाटी से घूस की रकम मांगी गई रकम न देने पर विपिन बेकाबू होकर गाली गलौज करते हुए हमला वर हो गया
बीच बचाव करने आए अधिवक्ता विनित शर्मा पर विपिन कपूर ने हमला कर दिया pic.twitter.com/5echY7yo7O
— दैनिक सुप्रीम न्यूज (@SupremeNewsG) January 12, 2023
दिनांक 11 जनवरी 2023 को परिवार न्यायालय में अपने वाद नीतू बनाम प्रशांत की पैरवी के लिए पहुंचे थे जहां कोर्ट कर्मचारी विपिन कपूर फाइल पर वादी के हस्ताक्षर करवाने के लिए अधिवक्ता अजीत भाटी से घूस की रकम मांग रहा था। जब अधिवक्ता अजित भाटी ने घूस देने से मना किया तो कोर्ट कर्मचारी विपिन कपूर अधिवक्ता अजीत भाटी को भद्दी भद्दी गलियां देने लगा और जान से मारने की धमकी दे रहा था। तभी बीच बचाव के लिए एडवोकेट विनित शर्मा आ गए। विपिन कपूर अधिवक्ता विनित शर्मा के साथ भी अभद्र व्यवहार करते हुए उनके ऊपर भी हमला वर हो गया। जिससे अधिवक्ता विनित शर्मा की नाक में गंभीर चोट आयी है।
बार एसोसिएशन ने आपात बैठक बुलाई जिसमें प्रस्ताव पास हुआ कि आज वकील अदालती कामकाज नहीं करेंगें। इस लिए कोर्ट में कार्यरत कर्मचारियों के भ्रष्टाचार और दबंगई के विरुद्ध अधिवक्ता आज हड़ताल पर चले गए। जिससे जनपद न्यायालय के सभी कार्य ठप रहे। घटना को लेकर अधिवक्ताओं में काफी रोष व्याप्त है।
पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत ले कर एफआईआर दर्ज कर ली है । इस मामले में अधिवक्ताओं द्वारा दर्ज कराई गई FIR में केवल एक कर्मचारी विपिन कपूर पर IPC की धारा 323,504,506,307 में मामला दर्ज कराया गया।
चोटील अधिवक्ता विनित शर्मा की ओर से दर्ज कराई गई FIR में पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं द्वारा लगाए गए घूसखोरी के आरोप की धाराएं नही लगाई गई है। जबकि अधिवक्ता की तहरीर में विपिन कपूर द्वारा पैसे मांग करने का स्पष्ट उल्लेख है।
जबकि दूसरी ओर अदालत परिसर में वकील भ्रष्टाचार के आरोपी कर्मचारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। अधिवक्ताओं की ओर से झगड़े का मुख्य कारण भ्रष्टाचार ही है।
दूसरे और कोर्ट कर्मचारी विपिन कपूर द्वारा जो FIR दर्ज कराई गई है जिसमें चोटिल अधिवक्ता विनित शर्मा व अधिवक्ता रविकांत को नाम दर्ज करते हुए 15 से 20 अज्ञात अधिवक्ताओं के विरुद्ध IPC की धारा 147,506, 307,353,332 लगाई गई हैं।
अदालत परिसर में वकीलों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपी कर्मचारी के खिलाफ प्रदर्शन और मामले को गंभीरता देखते हुए पुलिस आयुक्त ने कोर्ट परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है।
निचली अदालतों में फैले भ्रष्टाचार पर सुप्रीम कोर्ट भी सवाल उठा चुका है । लेकिन व्यवस्था में परिवर्तन नहीं हो रहा है । क्या गौतमबुद्धनगर के वकीलों की लड़ाई भ्रष्टाचार से मुक्ति दिला पायेगी ?