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जम्मू कश्मीर: डीडीसी चुनाव में 74 सीटों के साथ बीजेपी बनी सबसे बड़ी पार्टी, गुपकार ने भी पार किया 100 का आंकड़ा
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है. कुल 280 सीटों में से अभी तक 273 के परिणाम सामने आ चुके हैं. फारुख अब्दुल्ला की अगुवाई वाले गुपकार गठबंधन ने 140 सीटें जीत ली हैं. वहीं अभी तक की गिनती में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी उभरी है. बीजेपी के खाते में अभी तक 74 सीटें आई हैं.
वहीं निर्दलियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है. निर्दलियों के खाते में अभी तक 49 सीटें आई हैं. कांग्रेस को 25 सीटें मिली हैं वहीं अपनी पार्टी भी 12 सीटें अपनी खाते में करने में कामयाब रही है. बीजेपी का प्रदर्शन कश्मीर घाटी के मुकाबले जम्मू क्षेत्र में ज्यादा अच्छा रहा है. गुपकार गठबंधन डीडीसी चुनाव को अनुच्छेद 370 हटने पर जनमत संग्रह की तरह देख रहा है.
डीडीसी चुनाव में अभी तक के नतीजे
BJP 74
J&K NC 66
Independent 49
J&K PDP 26
INC 25
JKAP 12
JKPC 8
CPI (M) 5
JKPM 3
PDF 2
JKNPP 2
BSP 1
कश्मीर घाटी में पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस के खिलाफ बीजेपी को मिली जीत
ऐसा पहली बार हुआ है जब कश्मीर घाटी में पीडीपी और नेकां के खिलाफ बीजेपी को जीत मिली है. बीजेपी को घाटी में तीन सीटें मिली हैं. घाटी में जीत से उत्साहित बीजेपी के महासचिव विबोध गुप्ता ने पार्टी के विजेता उम्मीदवारों को, विशेष रूप से घाटी के उम्मीदवारों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि घाटी के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अपना विश्वास जताया है.
जम्मू-कश्मीर के लोगों को मोदी के दृष्टिकोण पर भरोसा- जितेंद्र सिंह
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा, ‘‘श्रीनगर से बीजेपी के तीन उम्मीदवारों को जीत मिली है. यह सत्यापित करता है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को केन्द्र शासित प्रदेश के विकास के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण पर भरोसा है.’’
लेकिन, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और नेकां उपाध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि डीडीसी चुनाव परिणाम ने स्पष्ट कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर ने गुपकर के पक्ष में वोट दिया है और अनुच्छेद 370 हटाने के केन्द्र के फैसले को खारिज किया.
आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद पहला चुनाव
केन्द्र शासित प्रदेश में डीडीसी का चुनाव 28 नवंबर से शुरू होकर आठ चरणों में पूरा हुआ. अगस्त, 2019 में संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद प्रदेश में यह पहला चुनाव है. चुनाव में कुल 280 सीटें (जम्मू की 140 और कश्मीर की 140) पर मतदान हुआ है.