नोएडा पुलिस
नोएडा पुलिस द्वारा नाबालिक बेटी व मां से मारपीट
सुप्रीम न्यूज। नोएडा। प्रदेश सरकार हर बेटी, हर महिला का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रभावी कदम उठा रही है। ये भी सुनिश्चित करती है कि जो लोग नारी गरिमा और स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेंगे। बेटियों पर बुरी नजर डालेंगे। ऐसे अपराधियों से सरकार पूरी कठोरता से निपटेगी। लेकिन नोएडा में पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के मामले में महिलाओं की आर्थिक स्थिति देखकर काम करती है।
नोएडा पुलिस गरीब मजदूर महिलाओं के सम्मान को आए दिन तार तार करती रहती है। इसी प्रकार एक मामला थाना सेक्टर 24 का हमारे सामने आ रहा है। जहां एक 16 वर्षीय छात्रा व उसकी मां के साथ पुलिस कर्मियों द्वारा मारपीट की गई है
यह कोई पहली घटना नही है। पहले भी कई बार पुलिस अक्सर सवालों के घेरे में रही है। आम जनता के इन ‘रक्षकों’ पर कभी पीड़ित को प्रताड़ित करने का आरोप लगता है, तो कभी मामले को दबाने को लेकर सवाल उठते हैं। पुलिस खुद कभी शोषक के रूप में नज़र आती है तो कभी आरोपियों की मदद करती दिखाई देती है।
पीड़िता से मिली जानकारी के अनुसार कूड़ा फेंकने को लेकर 30 अगस्त को चौड़ा गांव में रहने वाली 16 वर्षीय छात्रा के परिवारवालों से पड़ोसी की नोकझोंक हुई। इसकी शिकायत दोनों पक्षों ने सेक्टर-24 कोतवाली को दी। दूसरे पक्ष ने नाबालिग छात्रा की मां पर चेन चोरी का आरोप लगाया था।
31 अगस्त को दसवीं की छात्रा अपने पिता को सेक्टर-22 पुलिस चौकी में खाना देने गई। उसके पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जिसके कारण रात को नाबालिग लड़की अपनी मां के साथ पिता को भोजन देने गई थी । लेकिन पुलिस ने भोजन नहीं देने दिया। इस पर लड़की द्वारा पुलिस की विड़ियों बनाई गयी। जब विडियो बनाए जाने की जानकारी पुलिस को हुयी तो पुलिस ने मां-बेटी को मोबाइल छीनकर पीटना शुरु कर दिया। इस मारपीट में माँ के कपड़े तक फाड़ दिये गए।
मां -बेटी पुलिस वालों के हाथ जोड़ती रहीं लेकिन पुलिस वाले उन्हें मारते ही रहे। बाद में मामला को तूल पकड़ता देखकर पुलिस ने उनको छाेड़ा। नाबालिक लड़की तीन दिनो तक ईएसआई अस्पताल में रही। जहा डॉक्टरों ने उसके सिर पर पांच टांके लगाये हैं। जब इस सम्बंध में एसीपी रजनीश वर्मा से जानकारी लेनी चाही तो उन्होनें एक मीटिंग में होनी की बात कह कर फोन काट दिया।