अपराधनोएडा पुलिस
पुलिस की ये कहानी हजम नही हो रही, बलात्कार के मुकदमे में फंसाने के नाम पर पैसे ठगने वाली गिरफ्तार
पुलिस की सारी कहानी संदेह के घेरे में है। हम पुलिस की विज्ञप्ति के आधार पर खबर लिख रहे थे। तभी कुछ सवाल हमें कचोटने लगे। किसी पर एक बार मुकदमा दर्ज हो जाए तो फिर होते चले जाते हैं। जरुरी नही की वह हर बार अपराध करें। यह भी जरूरी नही है कि उसे पहले मुकदमें में झूठा नही फंसाया जा सकता। हमारे प्रदेश की पुलिस विश्वास के लायक नही है। आप पढ़ कर देख सकते हैं कि खबर को लिखते-लिखते हमारा मन बदल गया। हमें लग रहा है कि किसी गरीब महिला के साथ किसी अमिर और अधिकार संपन्न व्यक्ति के इशारे पर अन्याय हो रहा है। हम पत्रकारिता में पेट पालने और सुख सुविधाएं अर्जित करने नही आए हैं। इसलिए हम पुलिस के आधार पर आंखें मूंदकर पुलिस के जय-जयकार नही करेंगें ~ संजय भाटी
संजय भाटी, मधु चमारी, राजा मौर्य
थाना सेक्टर 39 पुलिस द्वारा एक महिला को बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने के नाम पर पैसे ठगने वाली वांछित अभियुक्ता बताते हुए गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया। पुलिस के अनुसार CP GBN MEDIA ग्रुप द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में निम्न लिखित सूचना जारी की है।
कमिश्नरेट पुलिस बहुत फास्ट चल रही है। इस लिए महिलाओं को सावधान रहना होगा। क्योंकि अब कोई महिला किसी पुरुष को दबाव नही बना पाएगी
25/03/2023 की घटना की वादी सोनू पुत्र सलाउद्दीन निवासी सलारपुर द्वारा 27/03/2023 को समय 16:23 बजे (शाम 4 बजकर 23 मिनट पर) थाना 39 में तहरीर दी जाती है। 27/03/2023 को तहरीर मिलते ही पुलिस FIR दर्ज कर लेती है। 28/03/2023 को अभियुक्त महिला के गिरफ्तार कर न्यायालय भेजे जाने की विज्ञप्ति जारी हो जाती है।
सोनू की FIR में न किसी वीडियो, न किसी वॉइस रिकॉर्डिंग का जिक्र है। न ही किसी दूसरे तरह के किसी साक्ष देने का दावा। न किसी गवाह के होने का दावा। फिर भी महिला पर तुरंत FIR और गिरफ्तार हो गई । ऐसे मामलों में गौतमबुद्धनगर पुलिस महीनों चक्कर लगवाती हैं।
महिला के द्वारा किस व्यक्ति के साथ ऐसा किया गया है ? पुलिस ने अपनी विज्ञप्ति में कोई जानकारी नही दी। आखिर क्यों ?
महिला के विरुद्ध FIR दर्ज कराने वाला व्यक्ति कौन है ? वह क्या करता है ? पुलिस ने इन सब सवालों की अपनी विज्ञप्ति में कोई जानकारी नही दी। क्या कोई पुलिस का ज्यादा खास या फिर बहुत ज्यादा प्रभावशाली और आमिर व्यक्ति है ?
यही वजह है कि पुलिस की सारी कहानी संदेह के घेरे में है। हम विज्ञप्ति के आधार पर खबर लिख रहे थे। तभी ऐसे ढेरों सवाल हमें कचोटने लगे। आप देख सकते हैं कि खबर को लिखते लिखते हमारे मन बदल गया।
नोएडा। थाना सेक्टर 39 पुलिस द्वारा वांछित 1 अभियुक्ता को गिरफ्तार किया गया है नोएडा पुलिस द्वारा 209/ 223 धारा 384, 388, 389, के अंतर्गत एक वांछित अभियुक्ता सुफिया पुत्री रहीस निवासी हमदर्द नगर बरेली मस्जिद के पास जमालपुर थाना सिविल लाइन जनपद अलीगढ़ को महिला थाना सेक्टर 39 से गिरफ्तार किया गया है
जो कि दिनांक 28/03/ 2023 से वंचित चल रही थी, अभियुक्ता द्वारा मुकदमा वादी को रेप केस के झूठे मुकदमे में फंसाने के नाम पर धनराशि अर्जित करना, पूर्व में भी जनपद अलीगढ़ के कोतवाली नगर थाना फेस-2 जनपद गौतम बुध नगर में भी अपराध किया गया है
पुलिस द्वारा बताया गया है कि अभियुक्ता द्वारा व्यक्तियों के विरुद्ध झूठे बलात्कार के मुकदमों में फंसाने के नाम पर लोगों से धनराशि उगाने का कार्य किया जाता था। जिस पर नोएडा सेक्टर 39 पुलिस ने महिला पर 384, 388 व 389 आईपीसी की धारों में मुकदमा पंजीकृत कर न्यायिक हिरासत में भेजा। दर्ज की गई धाराओं में दस साल से अधिक की सजा तक का प्रावधान है।
अपने पाठकों के सामने हम उपरोक्त मामले में पुलिस कमिश्नरेट द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति को ज्यों का त्यों प्रकाशित कर रहे हैं। जिससे खबर लिखते समय कुछ सवाल खड़े हो गए।
*प्रेस विज्ञप्ति*
*थाना सेक्टर 39 नोएडा पुलिस द्वारा वांछित 01 अभियुक्ता गिरफ्तार।*
दिनांक 28.03.2023 को थाना सेक्टर-39 नोएडा पुलिस द्वारा मु0अ0स0 209/2023 धारा 384/388/389 भादवि के अंतर्गत 01 वांछित अभियुक्ता सुफिया पुत्री रहिस नि0 हमदर्द नगर बरेली मस्जिद के पास जमालपुर कोल थाना सिविल लाईन जनपद अलीगढ को महिला थाना सैक्टर 39 से गिरफ्तार किया गया है। जो दिनांक 28.03.2023 से वांछित चल रही थी।
*संक्षिप्त विवरण*
अभियुक्ता द्वारा मुकदमा वादी को रेप केस के झूठे मुकदमें में फंसाने के नाम पर धनराशी अर्जीत करना। पूर्व में भी जनपद अलीगढ के कोतवाली नगर व थाना फेस 2 जनपद गौतमबुद्ध नगर में भी अपराध किया गया है।
*अपराध करने का तरीका*
अभियुक्ता द्वारा व्यक्तियों के विरूद्ध झूठे बलात्कार के मुकदमें में फसांने के नाम पर व्यक्तियों से धनराशी उघाने का कार्य करना ।
*अभियुक्ता का विवरणः*
सुफिया पुत्री रहिस नि0 हमदर्द नगर बरेली मस्जिद के पास जमालपुर कोल थाना सिविल लाईन जनपद अलीगढ
*आपराधिक इतिहास*
1-मु0अ0स0 209/2023 धारा 384/388/389 भादवि थाना सैक्टर 39 नोएडा
2-मु0अ0स0 22/2021 धारा 384/388/504/506 भादवि थाना कोतवाली नगर जिला अलीगढ
3-मु0अ0सं0 578/22 धारा 376 भादवि थाना फेस 2 जिला गौतमबुद्ध नगर
*मीडिया सेल*
*पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर।*
हमारी जांच पड़ताल पर भी एक नजर डाल लें।
सबसे पहले हम ने विज्ञप्ति में दिए गए अपराधिक इतिहास की जांच की
उपरोक्त विज्ञप्ति के आधार पर हमारे द्वारा अपराधिक इतिहास में दर्शाए गए मुकदमों की FIR देखीं। जिसमें से पुलिस द्वारा अपनी विज्ञप्ति में नंबर तीन पर दर्शाया गये 3-मु0अ0सं0 578/22 धारा 376 भादवि थाना फेस 2 जिला गौतमबुद्ध नगर की FIR उत्तर प्रदेश पुलिस के UPCOP एप पर मौजूद नही है। आखिर क्यों ? हम पड़ताल कर रहे हैं कि क्या किसी नियम के तहत बलात्कार के मामलों की FIR को UPCOP एप पर डालने से रोक का कोई प्रावधान तो नही है। देखिए 👇
यहां FIR संख्या 578/22 एप पर मौजूद नही है। मतलब साफ है कि इस FIR में किसी खास व्यक्ति से संबंधित है। अब आप समझ लीजिए यहीं से पुलिसिया खेल की शुरुआत है। आखिर क्यों ? अब पुलिस कहेगी कि गोपनीय रखा जाता है तो फिर के मामलों में प्रेस कांफ्रेंस और विज्ञप्तियां जारी क्यों कि जाती हैं? जरुर कोई पुलिस का चहेता है जिसे पुलिस छिपा रही है।
हम ने अलीगढ़ नगर कोतवाली और गौतमबुद्धनगर में दर्ज दोनों मुकदमों के बारे में भी FIR निकल कर देखा। आप भी देखिए। चौंकिएगा मत। दोनों बार एक जैसी धाराएं और लगभग एक जैसी कहानी बहुत कुछ कह रही है। जब तक हम आगे कुछ खोजें तब तक अलीगढ़ और गौतमबुद्धनगर में दर्ज FIR की कहानियों की समानता पर दिमाग लगाओ।
1-मु0अ0स0 209/2023 धारा 384/388/389 भादवि थाना सैक्टर 39 नोएडा
2-मु0अ0स0 22/2021 धारा 384/388/504/506 भादवि थाना कोतवाली नगर जिला अलीगढ
मामला गंभीर है दोनों बार महिलाओं का सामान बेचने वाले दुकानदार और दोनों बार मुस्लिम जबकि गौतमबुद्धनगर में जेल गई महिला ने अपना नाम में ज्योति ठाकुर रखा बताया गया है। जो एक हिंदू नाम है। महिला पर दर्ज धाराओं में दस साल से अधिक सजा का प्रावधान है।
महिला पर दोनों बार FIR करने वाले नजदीकी जानकार
एक अकेली महिला पर दो बार एक जैसी धाराओं में मुकदमें दर्ज हुए हैं। ऐसे मामलों में अकेली महिला का होना भी संदेह पैदा कर रहा है। दोनों बार FIR कर्ताओं को महिला का पूर्व का सारा इतिहास मालूम था। इससे भी ज्यादा ताज्जुब इस बात का है कि महिला दोनों बार अलीगढ़ और गौतमबुद्धनगर में पैसे नही ले पाई। उस पर पहले ही पुलिस ने शिकंजा कस दिया।
हम इस पर अपनी जांच पड़ताल जारी रखेंगे। अब यह भी देखने लायक होगा कि पुलिस की विवेचना में क्या सामने आता है ?