अपराधउत्तर प्रदेश पुलिस
पुलिस दूसरे अपराधियों की तरह सेक्स रैकेट में शामिल महिलाओं का भी अपराधिक इतिहास जारी करें, रैकेट में शामिल महिलाओं को कब तक भोली-भाली बताया जाता रहेगा ? ~ मधु चमारी
अलीगढ़ के स्थानीय लोगों के द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि पूर्व में अलीगढ़ में तैनात रहे एक पुलिस अधिकारी के सेक्स रैकेट में शामिल महिलाओं से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। उस समय इनकी अलीगढ़ में तुती बजती थी। लेकिन बाद में इस अधिकारी का अलीगढ़ से गौतमबुद्धनगर ट्रांसफर हो गया, वर्तमान में कहां तैनात है ? इसकी जानकारी देने और नाम बताने से लोग डर रहे हैं। अलीगढ़ के स्थानीय लोगों का दावा है कि पुलिस अधिकारी के अलीगढ़ से जाने के बाद से इनके बुरे दिन शुरू हो गए।
सुप्रीम न्यूज/खास रिपोर्ट
पुलिस अलीगढ़ सेक्स रैकेट में शामिल महिलाओं का अपराधिक इतिहास जारी करें, रैकेट में शामिल महिलाओं को कब तक उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा भोलीभाली बताया जाता रहेगा? ~ मधु चमारी
अलीगढ़। हाल ही में अलीगढ़ पुलिस-प्रशासन की संयुक्त टीमों ने अवैध रूप से संचालित देह व्यापार का भण्डाफोड़ करते हुए दो अलग अलग स्थानों से पांच महिलाओं सहित कुल 09 लोग गिरफ्तार किये गए हैं।
जबकि पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी गई जानकारी के अनुसार थाना कोतवाली नगर के भुजपुरा के टाइगर लाज नाम के होटल में सेक्स रैकेट चलाएं जाने का भंडाफोड़ करते हुए वहां से चार युवतियों और तीन युवकों को आपत्तिजनक सामग्री सहित गिरफ्तार किया है। जिसके सम्बन्ध में थाना कोतवाली नगर पर मु0अ0सं0- 139/2023 धारा 3/4/5/6/7 अनैतिक व्यापार अधिनियम अलीगढ़ पुलिस द्वारा पंजीकृत किया गया है। अलीगढ़ पुलिस द्वारा फोटो व वीडियो भी केवल चार महिलाओं के जारी किए हैं। यहां हम अपने पाठकों को अलीगढ़ पुलिस द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति को ज्यों का त्यों प्रकाशित कर रहे हैं। आप पुलिस की विज्ञप्ति पर नजर डालें।
*थाना कोतवाली नगर, अलीगढ़*
*उपजिलाधिकारी कोल व क्षेत्राधिकारी प्रथम द्वारा मय टीम के होटल में की छापेमार कार्यवाही*
*होटल में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ कर 07 युवक- युवती किये गिरफ्तार*
*पुलिस कार्यवाही का विवरण-*
श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा जनपद में अपराध की रोकथाम एवं अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान ऑपरेशन प्रहार के क्रम में, पुलिस अधीक्षक नगर के निर्देशन, उपजिलाधिकारी कोल व क्षेत्राधिकारी प्रथम के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर टाइगर लाज भुजपुरा में दबिश देकर तीन पुरुष व चार महिलाओं को आपत्तिजनक सामग्री सहित गिरफ्तार किया गया । इस सम्बन्ध में थाना कोतवाली नगर पर मु0अ0सं0- 139/2023 धारा 3/4/5/6/7 अनैतिक व्यापार अधिनियम पंजीकृत किया गय़ा ।
*गिरफ्तार अभियुक्त*1.अब्दुल रज्जाक पुत्र मौहम्मद कल्लन 2.मेहदी हसन पुत्र सौहराव अली 3.प्रशान्त शर्मा पुत्र पंकज शर्मा 4.चार महिला अभियुक्ता
*गिरफ्तारी स्थान* टाइगर लाज भुजपुरा
*बरामदगी* 10090 रु0, आपत्तिजनक सामग्री
*गिरफ्तार करने वाली टीम* 1.क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम श्रीमान अभय कुमार पाण्डेय 2.श्री रवी शंकर सिंह उप जिलाधिकारी कोल जनपद अलीगढ़ (प्रभार सिटी मजिस्ट्रेट अलीगढ़) 3. प्रभारी निरीक्षक श्री रामवकील सिंह कोतवाली नगर 4. निरीक्षक श्री अब्दुल कादिर प्रभारी AHTU अलीगढ़ 5. प्रभारी निरीक्षक महिला थाना श्रीमती सरिता द्विवेदी 6. व0उ0नि0 श्री शिवप्रसाद सिंह थाना कोतवाली नगर 7. का0 2077 अजित कुमार 8. का0 1568 अंकुश तायल 9. का0 1920 सुमित कुमार 10. का0 953 संदीप कुमार 11.म0का0 1467 सलमा परवेज 12.म0का0877 प्रियंका यादव 13.म0का0 582 कमलेश 14.म0का01931 आशा कटियार
क्या गिरफ्तार पुरुष धंधे में शामिल या फिर ग्राहक ?
सेक्स रैकेटों के खुलासे के मामलों में जो विज्ञप्तियां पुलिस विभाग द्वारा जारी की जाती हैं। उनमें महिलाओं के साथ हमेशा कुछ पुरुष भी पकड़े जाते हैं लेकिन अधिकांश मामलों में पुलिस गैंग में शामिल लोगों और ग्राहकों के बारे में स्पष्ट जानकारी नही देती। जबकि यह बताया जाना चाहिए कि अभियुक्तों में से किसका क्या रोल है ? गैंग लीडर से लेकर दलाल, सेक्स वर्करों और ग्राहकों का विवरण देना चाहिए।
सालों साल सेक्स रैकेट में काम करने के बाद भी अपराध बोध करने के बजाए सहानुभूति
यहां एक बड़ा और अहम सवाल यह है कि जब भी कोई सेक्स रैकेट पकड़ा जाता है तो उस रैकेट में काम करने वाली जो महिलाएं पकड़ी जाती हैं। वे सालों साल सेक्स रैकेट में काम करने के बाद भी दया की पात्रता नही खोतीं। लाखों रुपए कमाने के बाद भी बेचारी, लाचार, मजबूर होने के साथ-साथ हर मामले में ही धोखें से फंसाकर सेक्स रैकेट में लगातार काम करने को मजबूर बताई जाती हैं। मतलब साफ है कि सेक्स रैकेट में शामिल महिलाओं के साथ सहानुभूति पूर्ण रवैया अपनाया जाता है। आखिर कार ऐसा क्यों होता है ?
अधिकांशतः सेक्स रैकेटों में शामिल महिलाओं का अपराधिक इतिहास उजागर नही होता। आखिर क्यों ?
कानून व्यवस्था के नाम पर सेक्स रैकेटों में शामिल महिलाओं का नाम और चेहरा उजागर नही किए जाते। जिसकी आड़ में पुलिस द्वारा इस तरह की महिलाओं के अपराधिक इतिहास पर भी पर्दा डाल दिया जाता है। जबकि अधिकांश मामलों में यह देखा गया है कि जो महिलाएं सेक्स रैकेट में शामिल होती हैं वे दूसरे अपराध जैसे सट्टे की खाईबाडी, सुल्फा, गांजा, अवैध शराब जैसे मादक पदार्थों की तस्करी में भी सक्रिय पाई जाती हैं। वास्तव में तो पकड़े गए महिला व पुरुष सभी अभियुक्तों का अपराधिक इतिहास बताना चाहिए।
सेक्स रैकेटों में शामिल महिलाओं द्वारा छेड़ छाड़ और बलात्कार के फर्जी मुकदमों में फंसा कर ब्लैकमेलिंग का धंधा बखुबी चलाया जाता है
आपको बता दें कि अदालतों में ऐसे अनेकों उदाहरण मिल जाएंगे जो अपराधिक चरित्र की महिलाओं द्वारा अपने पूर्व प्रेमी/पति या फिर इनके गैरकानूनी धंधों के विरोध करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा न केवल दर्ज कर दिए जाते हैं बल्कि उनमें चार्जशीट भी दाखिल कर दी जाती है।
🤣सेक्स रैकेटों में शामिल महिलाओं पर धारा 34 भी लागू नही होती
आईपीसी की धारा 34 को लागू करने के लिए, सह-अपराधी के बीच सामान्य इरादा होना चाहिए, जिसका अर्थ है कि समुदाय का उद्देश्य और सामान्य योजना का होना। सामान्य इरादे उसी क्षण और घटना के दरमियान भी बन सकते हैं। सामान्य इरादा आवश्यक रूप से एक मनोवैज्ञानिक तथ्य है और इस तरह, प्रत्यक्ष प्रमाण सामान्य रूप से उपलब्ध नही होते।
सेक्स रैकेटों में शामिल महिलाओं को अपराध में शामिल होने पर भी बड़ी नैतिकता के साथ देखा जाता है। आखिर क्यों?
हमारे कानून और समाज में भी सेक्स रैकेटों में शामिल महिलाओं को अपराध में शामिल होने पर भी बड़ी नैतिकता के साथ देखा जाता है। हम हमेशा देखते हैं कि न तो पुलिस ही इस अपराध में शामिल महिलाओं को दूसरे अपराधियों की तरह देखती है। न ही समाज के गणमान्य नागरिक इन्हें अपराध बोध कराते नजर आते हैं। बल्कि सब के सब इनके प्रति सहानुभूति दिखाते हैं। आखिर क्यों ?
ऐसे मामलों में बीट कर्मियों और अधिकारियों की कोई जिम्मेदारी है या फिर नही ? पुलिस को बताना चाहिए।
सबसे अहम सवाल यह है कि प्रत्येक थाने के सम्पूर्ण क्षेत्र बीट में बांटे होते हैं। जब किसी बीट (क्षेत्र) में ऐसे अपराध होते हैं जो निरंतर जारी रहते हैं तो इसके लिए भी पुलिस के किसी कर्मचारी या अधिकारी की जिम्मेदारी होती है। लेकिन सब कुछ गोलमाल है
समझ लें पुलिस बीट (Police Beat) क्या है ?
हमारे पुलिस कानूनों में आमजन के मन में सुरक्षा का भाव (Sense of security) बनाए रखने, अपराध रोकने और कानून व्यवस्था (Law and order) को बनाए रखने के मकसद से थाना क्षेत्र (Police station area) को छोटे-छोटे इलाको में बांट दिया जाता है। उसे छोटे इलाके को ही बीट (Beat) कहा जाता है। प्रत्येक बीट/क्षेत्र की देखरेख की जिम्मेदारी सिपाही से लेकर अधिकारियों तक होती है। जिसमें प्रत्येक संदिग्ध नागरिक पर नजर रखने की जिम्मेदारी होती है। इसके अलावा पुलिस के चौकीदार भी नियुक्त होते हैं।
सेक्स रैकेट के सरगना सहित अन्य शामिल महिलाओं के पुलिस से संबंधों की जांच हो ?
अंत में हम यह कहना चाहते हैं कि सेक्स रैकेटों के सरगना और उनके साथ काम करने वाली प्रत्येक महिला के पुलिस विभाग में तैनात कर्मचारियों और अधिकारियों से संबंधों की जांच पड़ताल अवश्य होनी चाहिए। क्योंकि बगैर पुलिस के संरक्षण के इस तरह के धंधे संचालित नही हो सकते। कई बार तो इस तरह की महिलाओं संबंध दूसरे जिलों में उच्च पदस्थ अधिकारियों तक से जुड़े होते हैं। जिनसे पहचान के जरिए ऐसी महिलाएं स्थानीय पुलिस को भी अपने प्रभाव में लेकर उसी के दम पर अवैध, असंवैधानिक और अनैतिक धंधे चलाती हैं।
जनता संरक्षण देने वालों की जांच की मांग कर रही है।
#Aligarh की #भोली_पंजाबन को @aligarhpolice ने
#सेक्स_रैकेट चलाते फिर पकड़ा.#मां_बेटी शातिराना तरीके से धंधा करती हैं। #ब्लैक_मेल करने के लिए भी जानी जाती हैं ।
पूरा मामला सुपर कॉलोनी थाना कोतवाली नगर का बताया जा रहा हैं।
पूर्व में भी नाबालिग हिंदू लड़की बरामद हुईं थीं। pic.twitter.com/1tMD41OO9O— Cow Help India (@Cowhelpindia) May 23, 2023
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सेक्स रैकेट में शामिल महिलाओं के पूर्व अपराधिक इतिहास
नशे इंजेक्शन देकर उसके साथ रोज गलत काम करने वाले शाहरुख की रिस्तेदार नजमा बेगम उसका साथ निभाती थी
घटना दिनांक 24/08/2021 की है
अलीगढ़ । तालाब साबित खां घुड़िया बाग दहली गेट अलीगढ़ में एक लड़की के साथ इजेक्शन देकर हर रोज दुष्कर्म करने का मामला सामने आया ज्योति (काल्पनिक नाम)जिसके साथ शाहरुख नाम का लड़का हर रोज अपने घर बुलाकर ले जाता था और उसे नशे इंजेक्शन देकर उसके साथ रोज गलत काम करता था जिसमे शाहरुख की रिस्तेदार नजमा बेगम उसका साथ निभाती थी ज्योति की माँ का कहना है कि वह उसे बहला फुलाकर अपने घर बुलाकर ले जाती थी और लड़की के विरोध करने पर उसे डराया धमकाया जाता था और उसे बीड़ी सिगरेट से जलाकर प्रताड़ित भी किया जाता था इस बात का पता जब ज्योति की माता को चला तो उसने विरोध किया लेकिन शाहरुख अपनी रिस्तेदार नजमा पत्नी आदिल खां निवासी भुजपुरा के यहां ले गया और ज्योति के साथ डरा धमका कर अवैध सम्बन्ध बनाये इस बात से आहत होकर ज्योति की माँ सपना शर्मा अपनी बेटी के साथ नशे का इंजेक्शन देकर दुष्कर्म करने के दोषी को लेकर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल कार्यकर्ता मोहित लोधी,केशव पंडित,अमित वशिष्ठ, आदि लोगों द्वारा थाना देहली गेट में एफ आई आर दर्ज कराई है
पुलिस ने उक्त के ख़िलाफ़ मुकदमा की आई पी सी की धारा 363,धारा 366,धारा 342,धारा 376 डी० व लैंगिक अपराधों की धारा 5 व 6 पोक्सो एक्ट अधिनियम 2012 में मुकदमा दर्ज कर नजमा व शाहरुख को जेल भेज दिया है जिसको लेकर बजरंग दल व भाजपा कार्यकर्ताओं ने शाहरुख व नजमा के ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की।
अलीगढ़ से कब, कौन अधिकारी गौतमबुद्धनगर आया, वर्तमान में कहां तैनात है ? पता करना बहुत पेचीदा लेकिन बात में है दम
अलीगढ़ के स्थानीय लोगों के द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि पूर्व में अलीगढ़ में तैनात रहे एक पुलिस अधिकारी के सेक्स रैकेट में शामिल महिलाओं से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। उस समय इनकी अलीगढ़ में तुती बजती थी। लेकिन बाद में इस अधिकारी का अलीगढ़ से गौतमबुद्धनगर ट्रांसफर गया, वर्तमान में कहां तैनात है ? इसकी जानकारी देने और नाम बताने से लोग डर रहे हैं। अलीगढ़ के स्थानीय लोगों का दावा है कि पुलिस अधिकारी के अलीगढ़ से जाने के बाद से इनके बुरे दिन शुरू हो गए।
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पुलिस दूसरे अपराधियों की तरह सेक्स रैकेट में शामिल महिलाओं का भी अपराधिक इतिहास जारी करें, रैकेट में शामिल महिलाओं को कब तक भोली-भाली बताया जाता रहेगा ? ~ मधु चमारी @AjaiBhadauriya @dgpup @Uppolice @CP_Noida @noidapolice @TheSachinR @AMKB678 @Annu_Soni_90 https://t.co/OFFinRkUQB pic.twitter.com/oOqaHzswhZ
— दैनिक सुप्रीम न्यूज (@SupremeNewsG) May 24, 2023