उत्तरप्रदेशपत्रकारिता

मान्यता प्राप्त पत्रकार बनने के लिए नियम, योग्यताएं और सुविधाएं देखें

"आपको बता दें कि सुप्रीम न्यूज परिवार अपनी शुरुआत से ही किसी भी तरह की सरकारी सुविधाएं जैसे विज्ञापन और पत्रकारों के लिए मान्यता आदि अर्जित करने का पक्षधर नही रहा। इसलिए सरकारी सुविधाओं के लिए जो मानक सरकार द्वारा तय किए गए हैं। हमारे द्वारा उनको पूरा करने का प्रयास ही नही किया जाता। हम केवल अपने नैतिक दायित्वों को निभाते हुए जन सरोकारों के लिए पत्रकारिता करते हैं, पत्रकारिता हमारा व्यवसाय नही है।" ~ संजय भाटी  

संजय भाटी/मधु चमारी 

गौतमबुद्धनगर। हर साल की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश में सरकारी मान्यता प्राप्त पत्रकार बनाए जा रहे हैं। जिसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की वेबसाइट सूचना एवं जनसंपर्क विभाग उत्तर प्रदेश पर आवेदन पत्र का प्रारुप दिया गया है। जिसे साइट से डाऊनलोड कर अपने जिला सूचना अधिकारी के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आपकी सुविधा और ज्ञान वर्धन के लिए हम ने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा जारी नियमों की PDF निचे दे दी है।

      रंगीन दिखाई दे रहे pdf12 को टच करें👇

                     pdf12

जिस पत्रकार भाई व जन सामान्य को सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकार होने का ज्यादा जूनून सवार हो रहा है वे अपनी व अपने मीडिया संस्थान की वस्तु स्थिति लिंक पर क्लिक करें देख सकते हैं 

हम समझते हैं कि आप स्वयं ऊपर दिखाई गई प्रदेश सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट पर जाकर अपने खुद के मीडिया संस्थानों और अपनी खुद की पत्रकारिता की स्थिति को सरकारी नियमों के आईने में देख लेंगे या चुके होंगे।

 

इस अवसर पर आपको हम अपने बारे में भी जानकारी दे देना उचित समझते हैं। हमें इधर-उधर दूसरे संस्थानों और संपादकों के साथ को जोड़ा जाए तो पच्चीस साल से अधिक पत्रकारिता करते हुए हो गए हैं। वैसे पिछले सत्रह साल से हम अपने खुद के समाचार पत्रों/पत्रिकाओं/ वेबसाइटों पर जन सरोकार से ओतप्रोत खबरों के प्रकाशन व पत्रकारिता के लिए संघर्षरत है। 

हमारे देश में समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और पत्रकारिता के नाम पर एक बहुत बड़ा घोटाला चल रहा है। ये घोटाला सरकारी विज्ञापन और सरकारी मान्यता प्राप्त पत्रकारिता का है। जो हर सरकार में निरंतर चलता रहता है। जिसे हम जल्द अपने पाठकों के सामने खोलेंगे। हम वर्षों से इसके लिए तैयारी करते आ रहे हैं। ये घोटाला पूरे देश में कहीं कम और कहीं ज्यादा चल रहा है। जिसके कारण सच्चे पत्रकार और मीडिया संस्थान हासिये पर चले जाते हैं।

“आपको बता दें कि सुप्रीम न्यूज परिवार अपनी शुरुआत से ही किसी भी तरह की सरकारी सुविधाएं जैसे विज्ञापन और पत्रकारों के लिए मान्यता आदि अर्जित करने का पक्षधर नही रहा। इसलिए सरकारी सुविधाओं के लिए जो मानक सरकार द्वारा तय किए गए हैं। हमारे द्वारा उनको पूरा करने का प्रयास ही नही किया जाता। हम केवल अपने नैतिक दायित्वों को निभाते हुए जन सरोकारों के लिए पत्रकारिता करते हैं, पत्रकारिता हमारा व्यवसाय नही है।” ~ संजय भाटी

 

 

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