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पंकज पाराशर की फर्जी मैगजीन,सरकारी खजाना लूटने की मशीन

ट्राई सिटी टुडे नाम से है फर्जी मैगजीन, लगते हैं लाखों के सरकारी विज्ञापन

 

फर्जी मैगजीन ट्राई सिटी टुडे का संपादक है पंकज पाराशर

मीडिया क्लब में सदस्यता दिलाने के नाम पर करता है पत्रकारों से ठगी

मीडिया क्लब के बायलॉज को दरकिनार कर अध्यक्ष ने दिन रात लूटे पत्रकार

 

पत्रकारों के हितों की रक्षा की दुहाई देने वाले स्वंय निकले बड़े लुटेरे

पत्रकारों एंव सरकारी खजाने को लूटने के बाद जी रहे हैं आलीशान जिंदगी

मीडिया क्लब का उपाध्यक्ष रिंकू यादव भी काले कारनामों में शामिल

गौतमबुद्धनगर/नोएडा। पत्रकारिता आधुनिक सभ्यता का एक प्रमुख व्यवसाय है। जिसका कार्य देश विदेश के साथ-साथ क्षेत्रीय घटनाक्रमों को पाठकों तक निष्पक्ष रुप से पहुंचाना है। आज के युग में पत्रकारिता के भी कई माध्यम हो गए हैं। जिनमें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, वेब मीडिया और प्रिंट मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया प्रमुख रूप से भारत में सक्रिय हैं। बदलते वक्त के साथ बाजारवाद और पत्रकारिता के अंतर्संबंधों ने पत्रकारिता की विषय वस्तु तथा प्रस्तुत शैली में व्यापक परिवर्तन किए हैं।सामाजिक सरोकारों तथा सार्वजनिक हित से जुड़कर ही पत्रकारिता सार्थक बनती है। सामाजिक सरोकारों को व्यवस्था की दहलीज तक पहुंचाने और प्रशासन की जनहितकारी नीतियों तथा योजनाओं को समाज के सबसे निचले तबके तक ले जाने के दायित्व का निर्वाह ही सार्थक पत्रकारिता है। पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा पाया (स्तम्भ) भी कहा जाता है। पत्रकारिता ने लोकतंत्र में यह महत्त्वपूर्ण स्थान अपने आप नहीं हासिल किया है काफी संघर्ष किया है ।

संचार क्रांति तथा सूचना के अधिकार के अलावा आर्थिक उदारीकरण ने पत्रकारिता के चेहरे को पूरी तरह बदलकर रख दिया है विज्ञापनों से होने वाली कमाई ने पत्रकारिता को काफी हद तक व्यवसायिक बना दिया है मीडिया का लक्ष्य आज अधिक से अधिक कमाई का हो चला है ।

 

 

पत्रकारिता की साख को चुनौती देते अनेक मसले पूरी तरह पत्रकारिता की साख को झकझोर रहे हैं पिछले दशक तक हमारे बीच ऐसे भी संपादक थे जो तथ्य भाषा और सत्यता की परख दर परख प्रक्रिया की सामग्री को आगे बढ़ाते थे लेकिन आज के संपादकों की तो बात ही अलग है इनके द्वारा पत्रकारिता का क्षेत्र धनवृत्ति की ओर बढ़ रहा है।

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आज फर्जी चैनल एंव मैगजीन चलाने वाले भी अपने आपको संपादक कहते हैं और अवैध वसूली एंव ठगी से अपने घरों के चूल्हों को जला रहे हैं ऐसा ही एक मामला जनपद गौतमबुद्घनगर के नोएडा का यहां एक फर्जी मैगजीन धड़ल्ले से चल रही है और खूब सुर्खियां बटोर रही इस फर्जी मैगजीन के संपादक की बड़ी ऊंची पहुँच भी बताई जाती है और भ्रष्ट अधिकारियों से इसके गहरे सम्बधों के बारे में भी जिक्र किया जाता है इस फर्जी मैगजीन के कारण संपादक लाखों रुपए महीने कमा रहा लेकिन जिम्मेदारों की इस फर्जी मैगजीन पर अभी नजर नहीं पड़ी है यह फर्जी मैगजीन का ना कोई आरएनआई नंबर है और ना ही किसी प्रकार का कोई रजिस्ट्रेशन इस बात की पुष्टि एंव आरएनआई विभाग दिल्ली ने की है लेकिन फिर भी इस फर्जी मैगजीन के संपादक ने भ्रष्ट अधिकारियों से मिलकर सरकारी खजाने को खुलेआम लूटा है उत्तर प्रदेश की साफ स्वच्छ सरकार भी इस फर्जी मैगजीन का प्रकाशन रोकने में असमर्थ है ।

आइए अब विस्तार से बताते हैं फर्जी मैगजीन और फर्जी संपादक की सम्पूर्ण कहानी ।

नोएडा जो कि दिल्ली एनसीआर से बिल्कुल सटा हुआ है और हाई टेक सिटी के नाम से भी जाना जाता है ।यह अगर पत्रकारों एंव चैनलों की बात की जाए तो हजारों के हिसाब से चैनल और पत्रकार हैं लेकिन कितने सही और गलत है उनकी जानकारी पूर्ण जांच के बाद ही पता लग पाएगी ।

लेकिन नोएडा शहर में एक ट्राईसिटी टुडे के नाम से एक फर्जी मैगजीन चल रही है जिसका प्रकाशन भी धड़ल्ले से किया जा रहा है इस फर्जी मैगजीन का संपादक पंकज पाराशर है जो कि अपनी धमक से इस फर्जी मैगजीन को चला रहा है ।

 

ट्राईसिटी टुडे नाम से फर्जी मैगजीन ,लगते हैं लाखों के सरकारी विज्ञापन

नोएडा शहर में हजारों चैनल एंव समाचार पत्र चल रहे हैं लेकिन एक फर्जी मैगजीन का प्रकाशन भी शहर में धड़ल्ले से किया जा रहा है इस फर्जी मैगजीन ट्राईसिटी टुडे का संपादक पंकज पाराशर है जो अपने आपको बड़ा पत्रकार एंव अधिकारियों से अपनी ऊंची पहुँच बताता है और इसी धमक के कारण भृष्ट अधिकारियों से मिलकर ट्राईसिटी टुडे में साल में लाखों के सरकारी विज्ञापन लगाता है इस फर्जी मैगजीन ट्राईसिटी टुडे को सरकारी विज्ञापन कैसे मिल रहे हैं यह तो अधिकारियों एंव सरकार को कटघरे में खड़ा करता है ।

ट्राईसिटी टुडे को दिए गए लाखों के सरकारी विज्ञापनों की पुष्टि जनसम्पर्क एंव सूचना विभाग के विज्ञापन विभाग ने की है ।शहर में कई सारे डीएवीपी समाचार पत्र चल रहे हैं उनको भी इतने सारे विज्ञापन सरकार के द्वारा नहीं दिए लेकिन एक फर्जी मैगजीन को सरकारी विज्ञापन देना कई बड़े सवालों को खड़ा करता है कि इस दुनिया मे हर एक कार्य सम्भव है चाहे आप रजिस्टर्ड हों या ना हो लेकिन आपकी जान पहचान रजिस्टर्ड होनी चाहिए हर एक असम्भव कार्य भी सम्भव हो जाएगा ।

ट्राईसिटी टुडे में कई सालों से इसी प्रकार सरकारी विज्ञापन लगते हुए आ रहे हैं जो अधिकारी इस फर्जी मैगजीन को विज्ञापन दे रहे हैं क्या उनकी आंखों में मोतियाबिंद हो गया दिखाई नहीं दे रहा है केवल ट्राईसिटी टुडे दिखाई देती है अन्य अखबार नहीं दिख रहे हैं। पंकज पाराशर की फर्जी मैगजीन आजकल सरकारी खजाना लूटने की मशीन बन गई है ।सरकारी खजाने लूटने के बाद कार्यालय को आलीशान बनाया है इतना बड़ा कार्यालय तो किसी अन्य संस्थान का नहीं है ।

इस फर्जी मैगजीन के विज्ञापन वाले मामले में उच्चस्तरीय जांच की जाए तो सबकुछ खुलकर सामने आ जाएगा और फर्जी मैगजीन ट्राईसिटी का संपादक एंव भृष्ट अधिकारी सलाखों के पीछे होंगे ।

 

फर्जी मैगजीन ट्राईसिटी टुडे का संपादक नोएडा मीडिया क्लब का अध्यक्ष

पत्रकारों के हितों की रक्षा की दुहाई देने वाले काफी पत्रकार संगठन प्रदेश में कार्य कर रहे हैं कुछ संगठन तो पीड़ित पत्रकारों की आवाज को उठा रहे हैं लेकिन कुछ संगठन ऐसे चल रहे हैं जो झूठी वाहवाही लूट रहे हैं और पीड़ितों की झूठी आवाज बनकर लाखों की अवैध कमाई कर रहे हैं इसी प्रकार का एक संगठन नोएडा में कार्य कर रहा है ।

यह संगठन नोएडा मीडिया क्लब के नाम से है जिसका अध्यक्ष फर्जी मैगजीन ट्राईसिटी टुडे का संपादक पंकज पाराशर है और मीडिया क्लब उपाध्यक्ष रिंकू यादव है इन दोनों ने मिलकर पत्रकारों को जमकर लूटा है ये दोनों इतने बड़े लुटेरे एंव बहरूपिया है जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है अध्यक्ष फर्जी ज्ञान देकर पत्रकारों को लूटता है तो उपाध्यक्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस कराने के नाम पर अवैध उगाही करता। है ।

अध्यक्ष पत्रकारों के हितों की रक्षा की दुहाई देता है तो उपाध्यक्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस कराकर खबर को कई चैनलों पर लगबाने की बोलकर अवैध कमाई कर लेता है इस प्रकार इन दोनों का यह गोरखधंधा कई वर्षों से लगातार चल रहा है ।

 

मीडिया क्लब में सदस्यता दिलाने के नाम पर ठगी

पत्रकारों के संगठन भी काफी चल रहे हैं लेकिन संगठन सदस्यता दिलाने के नाम पर इतनी बड़ी लूट नहीं करते जो नोएडा मीडिया क्लब आजकल कर रहा है मीडिया क्लब का अध्यक्ष पंकज पाराशर ।पत्रकारों की बैठकों में बड़ी बड़ी बात करता है पीड़ित पत्रकारों की आवाज बनता है हर एक पत्रकार के सुख दुख में साथ देने का दावा भी करता है लेकिन यह सब बैठक में ही रह जाता है बाहर निकलते ही मीडिया क्लब के अध्यक्ष पंकज पाराशर की नीयत बदल जाती है और जहां बैठक में बड़ी बड़ी बात करने वाला पूरी तरह विपरीत कार्य करने लगता है और फिर पत्रकारों से ठगी करना शुरू कर देता है कभी मीडिया क्लब के अध्यक्ष के द्वारा पीड़ित पत्रकारों की मदद नहीं की गई और कभी भी की गई हो तो वहां काफी रुपए भी पीड़ित पत्रकार से लिए गए, मीडिया क्लब का अध्यक्ष और इसके पदाधिकारी ज्यादातर लाइजनिंग का कार्य भी करते हैं ।

नोएडा मीडिया क्लब में सदस्यता दिलाने के नाम पर अध्यक्ष के द्वारा पत्रकारों से लाखों की ठगी की गई है जो छिपी नहीं है पिछले अंक में यूपी न्यूज एक्सप्रेस ने खुलासा किया था और शेष आज सभी काले कारनामे सामने लाए जाएंगे।

 

मीडिया क्लब के बायलॉज को दरकिनार कर अध्यक्ष ने दिन रात लूटे पत्रकार

नोएडा शहर में नोएडा मीडिया क्लब के नाम से पत्रकारों का संगठन है जिसका अध्यक्ष पंकज पाराशर बहुत बड़ा लुटेरा है इसने मीडिया क्लब के बायलॉज एंव संविधान की पूरी तरह धज्जियां उड़ा कर रख दी है अध्यक्ष ने मीडिया क्लब के बायलॉज को पूरी तरह दरकिनार कर दिया है ।

नोएडा मीडिया क्लब के बायलॉज में जहां सदस्यता शुल्क आजीवन 2500 रुपए है लेकिन इस बायलॉज को छिपाते हुए अध्यक्ष ने सदस्यता दिलाने के नाम पर पत्रकारों से 10 हजार रुपए वसूले है ।

बायलॉज में किसी प्रकार का कोई भी संसोधन नहीं किया गया है फिर भी अपनी ऊंची पहुँच व दबंगई के बल पर सदस्य बनाने के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है मीडिया क्लब का कार्यालय प्रभारी/ उपाध्यक्ष रिंकू यादव के द्वारा सदस्यता के नाम पर 10 हजार रुपए की रशीदें काटी गई हैं और रिन्युल के नाम पर 250 और 300 रुपए पेटीएम फोन पे के माध्यम से लिए गए जो कि अवैध हैं इस प्रकार का इनका यह धंधा काफी समय से चलता आ रहा है ।

नोएडा मीडिया क्लब का रजिस्ट्रेशन सन 2018 में डिप्टी रजिस्टार फर्म सोसायटी मेरठ कार्यालय से हुआ था जिसमें सदस्य बनने के लिए जोइनिंग फीस 2500 रुपए अंकित है लेकिन अब स्वंय अध्यक्ष ने अपना नया बायलॉज बना लिया और पत्रकारों को लगातार लूटता रहा ।

https://twitter.com/SupremeNewsG/status/1665438965040820224?t=ziV8AnL9GlR75KexqUYFdw&s=19

पत्रकारों के हितों की रक्षा की दुहाई देने वाले निकले बड़े लुटेरे

उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों में पत्रकारों के संगठन चल रहे हैं जो कि पीड़ित पत्रकारों की आवाज को उठाने की बात करते हैं और पत्रकारों के हर सुख दुख में साथ देने का वादा भी करते है और कुछ संगठन ऐसे हैं जो अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं और पीड़ित पत्रकारों की मदद भी कर रहे हैं लेकिन उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्घनगर के नोएडा शहर में नोएडा मीडिया क्लब के नाम से एक संगठन चल रहा है जिसका अध्यक्ष एंव उपाध्यक्ष पत्रकारों के हितों की रक्षा की दुहाई देकर पत्रकारों को ही लूटने का कार्य कर रहे हैं ।

नोएडा मीडिया क्लब की जो बैठक होती है उसमें तालियां बटोरने के लिए अध्यक्ष एंव उपाध्यक्ष बड़ी बड़ी बातें करते हैं और पत्रकारों को अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं फिर बाद में पूरी तरह कसाई बनकर पत्रकारों को काट डालते हैं जहाँ आजीवन सदस्यता शुल्क 2500 रुपए वहां अध्यक्ष एंव उपाध्यक्ष 10 हजार रुपए अवैध रूप से वसूल रहे हैं अध्यक्ष पंकज पाराशर ने कई अन्य बड़े संस्थानों में कार्य किया है और उसी के चलते भ्रष्ट अधिकारियों से अपनी जान पहचान बनाई है और इसी जान पहचान का आज जमकर फायदा उठा रहा है और सरकारी खजाने को धड़ाधड़ लूट रहा है ।

 

मीडिया क्लब का उपाध्यक्ष रिंकू यादव के भी बड़े कारनामे

नोएडा मीडिया क्लब का उपाध्यक्ष रिंकू यादव पत्रकारों का ठेकेदार है। जो एजेंडे के तहत खबर चलाने की ठेकेदारी लेता है। खबर चलाने की कहकर मोटे रुपए वसूलता है।

इसकी यह दुकान चुनावों में ज्यादा चलती है प्रत्येक प्रत्याशी से खबर चलाने का ठेका लेता था और प्रेस कॉन्फ्रेंस कराकर बोलता था कि अधिकतर अखबारों और चैंनलों पर खबर चल जाएगी। इतना कहकर प्रत्याशियों से रुपए ले लेता था जो अन्य पत्रकारों का हक होता था उस को भी रिंकू यादव खा जाता था इससे ज्यादा नीचता की हद तो जब पार हो जाती थी जब पत्रकारों के लिए जो लंच की व्यवस्था की जाती थी उसको भी यह डकार जाता था इस प्रकार का इसका यह कार्य काफी समय तक चलता रहा फिर धीरे धीरे लोगों पता चली कि यह झूठ बोलकर ठगी करता है तो इसकी यह झूठ की दुकान कम चलने लगी ।

इसके बाद इसने नोएडा मीडिया क्लब में अपने गन्दे पैरों को रखा और मीडिया क्लब का उपाध्यक्ष बन गया और फिर इसने शुरू कर दिया अपना काला कारोबार अब धुआंधार सदस्यता एंव रिन्युल के नाम पर रिंकू यादव पत्रकारों को लूट रहा है ।

 

साफ स्वच्छ सरकार, नोएडा मीडिया क्लब का बन्द करे काला कारोबार

उत्तर प्रदेश में जीरो टॉलरेंस की नीति कार्य कर रही है यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ अवैध कार्य करने वाले एवं अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजकर उनकी संपत्ति पर भी बुलडोजर चलबा रहे हैं साफ स्वच्छ सरकार इस प्रकार की कार्रवाई से प्रचलित है इसी प्रकार सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति को ध्यान में रखते हुए उच्चाधिकारियों को नोएडा मीडिया क्लब के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पर बड़ी कार्रवाई कर इनकी संपत्ति की जांच एवं अन्य जांच भी करनी चाहिए जिससे कि सारा मामला खुलकर सामने आ जाए और इनका यह काला कारोबार पूरी तह बंद हो जाए और अध्यक्ष एंव उपाध्यक्ष के साथ साथ भ्रष्ट अधिकारी भी सलाखों के पीछे पहुंच जाएं जिससे कि जीरो टॉलरेंस नीति की एक और कार्यवाही का अच्छा संदेश जनता में पहुंच जाए ।

 

अब देखने वाली बात यह होगी कि कब तक नोएडा मीडिया क्लब के अध्यक्ष उपाध्यक्ष पर शासन प्रशासन की नजर पड़ती है और कार्रवाई अमल में लाई जाती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

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