उत्तरप्रदेशपुलिस का भ्रष्टाचार

बांदा की महिला पत्रकारों ने 14 वे दिन पुलिस-प्रशासन की अर्थी निकली

सुप्रीम न्यूज। 10/10/2022 बांदा

बांदा जिले के नरैनी क्षेत्राधिकारी द्वारा निर्दोष 7 पत्रकारों को फर्जी तरीके से माफिया से सांठगांठ कर जेल भेजे जाने से अक्रोषित पत्रकारों ने प्रशाशन की गैरकानूनी कार्यवाही का विरोध करते हुए न्यायिक जांच की मांग कर अनशन में बैठे थे। लगातार दिन रात चल रहे अनशन में जिला प्रशासन द्वारा पत्रकारों की आवाज न सुनी जाने के कारण पत्रकारों ने अनशन के 14 वें दिन जिला पुलिस-प्रशासन की महिला पत्रकारों ने अर्थी निकाली और आक्रोश व्यक्त किया।

 

पूरा मामला बांदा जनपद के अशोक लाट अनशन स्थल का जहां निर्दोष 7 पत्रकार जो ग्रामीणों की सूचना पर अवैध खनन की खबर करने जनपद की नरैनी तहसील अंतर्गत संचालित लहुरेटा निजी भूमि गए थे जहा खनन माफियाओं और नरैनी सीओ की मिलीभगत से 7 पत्रकारों पर रंगदारी की एफआईआर लिखकर बिना जांच जेल भेज दिया गया था।

 

जिसके विरोध में जनपद के दो दर्जन से ज्यादा पत्रकार जिला अधिकारी कार्यालय ज्ञापन लेकर पहुंचे थे जहां जिला अधिकारी द्वारा उनका ज्ञापन नही लिया गया न ही उनकी बात सुनी गई जिससे आहत होकर सभी पत्रकार अनशन में बैठ गए थे लेकिन लगातार दिन रात चल रहे अनशन में प्रशाशन की चू नही रेंगी और न ही प्रशाशन का कोई अधिकारी पत्रकारों का हाल चाल लेने आया।

 

जिससे आहत पत्रकारों ने अनशन के 14 वें दिन जिला प्रशासन की महिला पत्रकारों ने अर्थी निकाली लेकिन पुलिस प्रशाशन द्वारा उन्हें रोकने की कोशिश की गई घंटों चली बहस बाजी के बाद पुलिस-प्रशाशन द्वारा अर्थी को जबर्दस्ती छीन कर छतिग्रस्थ कर दिया गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Close