आबकारी विभाग

रेस्टोरेंट एंड बार के नाम पर चलने वाले चक्रव्यूह में पांच की गिरफ्तारी में मंथली का लोचा

नोएडा में आप अवैध धंधों या गैरकानूनी गतिविधियों के संबंध में कोई शिकायत करोगे तो सबसे पहले पत्रकारों के फोन शिकायतकर्ता के पास शिकायत को वापस लेने के लिए आने शुरू हो जाते हैं। जब कोई शिकायतकर्ता पत्रकारों के दबाव में नही आता है तो जिम्मेदार विभागों के छोटे कर्मचारियों के फोन आने शुरू हो जाते हैं। तब भी बात नही बनती है तो शिकायतकर्ता पर लांछन लगाने का दौर शुरू कर दिए जाता है। कभी कभी तो अच्छे भले आदमी के नाम पर पत्रकारों द्वारा सौदा कर सुलह समझौते की ठेकेदारी हवा में ही ले ली जाती है। इस सब में सरकारी मशीनरी भी शामिल होती है। आबकारी विभाग इस तरह की सैटिंग गैटिंग में जिले में नंबर वन पर है ~ संजय भाटी

मधु चमारी की रिपोर्ट 

रेस्टोरेंट एंड बार के नाम पर चलने वाले चक्रव्यूह में पांच की गिरफ्तारी में मंथली का लोचा

यूं तो नोएडा में आबकारी विभाग गौतमबुद्धनगर और पुलिस विभाग जब किसी शराब के अवैध कारोबार का खुलासा करते हैं तो मुखबिरों की सूचना पर कार्रवाई करने की बात आम तौर पर कहते हैं। वास्तविकता कुछ और ही होती है। कल देर रात सेक्टर 75 स्पेक्ट्रम मॉल में स्थित जिस चक्रव्यूह रेस्टोरेंट एंड बार में आबकारी विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा छापेमारी कर अवैध विदेशी शराब परोसने के मामले में मैनेजर सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसके नाम में “बार” शब्द लगा हुआ है वहां आने वाले ग्राहकों को शराब न परोसी जाएं या फिर कभी कभार परोसी जाएं। यह हजम होने वाली बात नही है। बल्कि यह तथ्य भी  चक्रव्यूह रेस्टोरेंट एंड बार के नाम की तरह ही एक चक्रव्यूह है।

जनता और पत्रकारों की शिकायतों को झूठी बताते हैं आबकारी विभाग के अधिकारी 

बताया जा रहा है नोएडा में चलने वाले शराब के ठेकों और बार आदि से आबकारी विभाग व पुलिस विभाग की मंथली बंधी हुई है। जब भी जिम्मेदार अधिकारियों को खाना पूर्ति करनी होती है या मंथली में बढ़ोतरी आदि करनी होती है तो मुखबिर की सूचना के नाम पर कार्रवाई की जाती है। वरना जिले के पत्रकारों और आम नागरिकों द्वारा आबकारी विभाग के अधिकारियों से अवैध और गैरकानूनी गतिविधियों की शिकायतों के लिए वीडियो तक बना कर दी जाती है। लेकिन अधिकारियों द्वारा सभी विडियो को झूठा साबित कर दिया जाता है।

  पत्रकारों से भी होती है सैटिंग गैटिंग

शिकायत दर्ज करने वाले पत्रकारों व ठेके संचालकों को आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा सांठगांठ करने का भरपूर मौका दिया जाता है। यहां तक कि आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा पत्रकारों खुद भी सैटिंग गैटिंग करने से पीछे नही हटते।

नोएडा सेक्टर 75 स्पेक्ट्रम मॉल में स्थित चक्रव्यूह रेस्टोरेंट एंड बार में बीती रात आबकारी विभाग व पुलिस की टीम ने छापा मारा। छापेमारी के दौरान यहां मैनेजर व कर्मचारी ग्राहकों को बिना लाइसेंस के शराब परोसते हुए पकड़ा है।

आबकारी विभाग और पुलिस की टीम ने मौके से महंगी शराब की बोतलें व बीयर जब्त कर मैनेजर सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।

आबकारी निरीक्षक रवि जायसवाल व अभिनव शाही तथा थाना सेक्टर 113 पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना के आधार पर सेक्टर 75 स्थित स्पेक्ट्रम मॉल के चक्रव्यूह बार में छापा मारा। इस दौरान बार में ग्राहकों को विदेशी शराब परोसी जा रही थी। पुलिस को देखकर बार के कर्मचारियों में भगदड़ मच गई। आबकारी निरीक्षक रवि जायसवाल द्वारा शराब पिलाने का लाइसेंस मांगने पर मैनेजर लाइसेंस नही दिखा पाया। जांच में पता चला कि बार में अवैध रूप से बिना लाइसेंस के शराब पिलाई जा रही थी।

आबकारी विभाग की टीम पुलिस ने मौके से 4 विदेशी शराब की बोतलें, 51 बियर व 10 खाली बोतले जब्त की।

मैनेजर व चार अन्य समेत पांच को गिरफ्तार किया गया

इस कार्यवाही में बार के मैनेजर अरुज सिंह संधू निवासी गाजियाबाद, जगदीश, विकास, पिंटू कुमार झा और दिनेश चंद्र को गिरफ्तार किया गया हैं।

 

रेस्टोरेंट में बिना लाइसेंस के ग्राहकों को लगातार शराब परोसी जाती थी। जबकि कभी कभार ही आबकारी विभाग से अस्थाई लाइसेंस ले। जिससे यह बात स्पष्ट हो जाती है कि चक्रव्यूह रेस्टोरेंट एंड बार में स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग की मिली भगत से हर दिन खुलेआम शराब परोसी जाती थी।

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