भाजपा की झारखंड नेता सीमा पात्रा जिसने 8 साल तक अपनी नौकरानी को बंदी बनाकर टॉर्चर किया जो अपनी हैवानियत भरी कारगुज़ारियों के चलते गिरफ्तार हुई। सीमा ने घरेलू नौकरानी सुनीता को गर्म तवे से मारपीट की, उसका दांत तोड़ दिया। उसे जीभ से पेशाब चाटकर टायलेट साफ करने को मजबूर किया
भाजपा नेता सीमा पात्रा पर महिला उत्पीड़न का आरोप लगने के 2 दिन बाद ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने सीमा पात्रा को पार्टी से निकालने का निर्देश दिया था। दीपक प्रकाश ने यह भी कहा था कि वे पीड़ित महिला को हर संभव सहयोग देंगे।
सीमा पात्रा एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी की पत्नी हैं। जो अपनी कारगुज़ारियों के चलते अब भाजपा से निलंबित कर दी गई हैं। अब भाजपाई नेता सीमा पात्रा को गिरफ्तार किया गया है। उसे अपनी नौकरानी को 8 साल तक बंधक बनाकर रखने और टॉर्चर करने के मामले में खुलासे के बाद रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। वहीं घरेलू नौकरानी को सीमा पात्रा के घर से 22 अगस्त को रेस्क्यू किया गया।
निलंबित बीजेपी नेता सीमा पात्रा के पति पूर्व IAS हैं। भाजपा महिला मोर्चा नेता को रांची पुलिस द्वारा आठ साल बंधक बनाकर नौकरानी को मारपीट और प्रताड़ित करने के मामले में कोर्ट द्वारा सीमा पात्रा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। सीमा पात्रा के यहां घरेलू नौकरानी का काम करने वाली सुनीता का बयान कोर्ट में दर्ज करवाया गया था।
सीमा पात्रा पूर्व आईएएस अधिकारी महेश्वर पात्रा की पत्नी हैं। इनके दो बच्चे हैं। ये रांची के अशोक नगर में रहता है। पति महेश्वर पात्रा राज्य में आपदा प्रबंधन विभाग में सचिव रहे हैं। महेश्वर पात्रा विकास आयुक्त के पद से रिटायर हुए हैं।
वहीं सीमा झारखंड में भाजपा की प्रमुख स्थानीय नेता व भाजपा के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की राज्य संयोजक थी। सीमा पात्रा भाजपा की महिला विंग की राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य थीं। 1991 में सीमा पात्रा ने पलामू से लोकसभा चुनाव लड़ा था। स्थानीय राजनीति में सीमा पात्रा भाजपा की चर्चित नेत्री थी।
सीमा पात्रा की क्रूरता की कहानी उनके बेटे आयुष्मान की वजह से ही दुनिया के सामे आई। सीमा पात्रा जिस तरह से दिव्यांग युवती सुनीता के साथ बेरहमी से पेश आ रही थी उससे परेशान होकर आयुष्मान ने ही सुनीता की मदद की थी। उन्होंने सचिवालय में काम करने वाले अपने दोस्त विवेक को इस पूरे मामले की जानकारी दी। जिसके बाद विवेक ने इस बारे में रांची डीसी को जानकारी दी। तब जाकर सीमा की क्रूर कहानी लोगों के सामने आयी।
सीमा पात्रा पर आईपीसी की धारा 323/325/346 और 374 के साथ एससी-एसटी एक्ट भी दर्ज किया गया। सीमा पात्रा भाजपा नेता होने के साथ-साथ एक अभिनेत्री भी रही है। उसने कुछ स्थानीय फिल्मों में भी काम किया था।
ये एक पुराना फंडा है जब किसी राजनीतिक संरक्षित व्यक्ति की राजनीतिक रसूखों के चलते बिगड़ी हुई मानसिकता का खुलासा होता है तो संबंधित राजनीतिक दल अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। जबकि ऐसी घिनौनी करतूतों को करने वाले लोगों का दिमाग राजनैतिक रसूखों के चलते ही बिगड़ता है ~ संजय भाटी । संपादक सुप्रीम न्यूज