उत्तरप्रदेश
मोहल्लों से लेकर जिले और जिलों से लेकर ऊपर तक सभी सफेद पोश अपराधी भाजपा में, कहीं और ढूंढ़ने की जरूरत नही
एक सिरफिरी पत्रकार मधु चमारी
अपराधी कोई भी हो, माफिया कोई भी हो…
अगर पाताल के अंदर भी छुपा होगा तो वहां से भी उसको निकालकर बाहर लाएंगे… pic.twitter.com/EVDwabQ0Hi
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 8, 2022
जुमले और झूठ बोलने में योगी जी पर मोदी जी का असर भाजपा में नंबर वन की ओर बढ़ते कदम
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी श्री आदित्यनाथ पर भी देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का असर चढ़ गया है । पुरानी कहावत है कि संगत का असर जरूर पड़ता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इसमें कोई गलती नही है। क्योंकि यहां तो मामला केवल संगत तक सीमित नही है। बल्कि वास्तविक रुप से देश के सबसे बड़े वैधानिक और जिम्मेदारी के पद प्रधानमंत्री व भाजपा में नंबर वन के नेता श्री नरेन्द्र मोदी से जुड़े होने के कारण उनके झूठ बोलने की आदत और झूठ के पुलिंदों, बेहयाई और ढिठाई भरे अंदाज भाजपा, आर एस एस व देश के नंबर वन नेता बन कर श्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराधिकारी बनने के लिए अनुसरणीय हो गए हैं।
जिस देश का प्रधानमंत्री धड़ल्ले से झूठ बोल कर नैतिकता को तिलांजलि दे कर देश की 1.412 अरब जनसंख्या पर शासन करने में कामयाब हो। उस देश के दूसरे सभी नेताओं को देश का नंबर वन नेता बनने की लालायितता उन्हें झूठ बोलने की कला को सिखाने को तो मजबूर करेगी ही। इस में हम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी श्री आदित्यनाथ के झूठे वक्तव्यों का बिल्कुल भी न तो बुरा मान रहे हैं। न ही झूठ बोलने की आदत का विरोध कर रहे हैं। क्योंकि हमारी बात छोड़िए, उत्तर प्रदेश व देश के हिन्दू समाज से ताल्लुक रखने वाले भाजपाई और आर एस एस से जुड़े नौजवान योगी श्री आदित्यनाथ को वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निवर्तमान प्रधानमंत्री होने का इंतजार सिर्फ इसलिए कर रहे हैं कि वे अपने आदर्श व चहेते हिन्दू हृदय सम्राट योगी श्री आदित्यनाथ को देश के प्रधानमंत्री पद पर आसीन होते देखना चाहते हैं।
अब अपने पाठकों को हमें ज्यादा कुछ बताने की जरूरत नही है। क्योंकि देश में झूठ बोलना अब एक ऐसा मंत्र बन गया है। जो देश में नंबर वन बनाने की दौड़ में सबसे कारगर साबित हो रहा है। तो सब झूठ तो बोलेंगे ही। वैसे भी भारतीयों के लिए झूठ बोलना आसान काम नही है।
इसके लिए बहुत बड़े तामझाम और मैनेजमेंट की जरूरत होती है। जिसके चलते गली-मोहल्ले के कार्यकर्ताओं से लेकर छोटे बड़े पत्रकारों तक को संतुष्ट करके रखना पड़ता है। यदि किसी एक के लाभ और सुविधाओं पर ध्यान नही दिया तो वहीं इतने बड़े लोकतंत्र में उच्छल – कुद करना शुरू कर देगा।
देश छोटा नही है। इसलिए यहां पर ज्ञानी-ध्यानी बहुत हैं। सबको पक्ष में रखने और आंखों बंद करके रखने के लिए मैनेजमेंट बहुत ही चुनौतीपूर्ण होता है। पुलिस, ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट सब को चौबीस घंटे तैयार रखना पड़ता है।
किस को लड्डू देकर सम्मानित किया जायेगा। किसको कानून का लट्ठ पेल कर सैट करना है। ये सब देखना है। किसी गैर को लड्डू दिया जाता है तो पहले से लड्डू का वर्षों से इंतजार कर रहे अपनों को क्या देना है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण और नीति पूर्ण चुनौती है। इस सब मैनेजमेंट में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी श्री आदित्यनाथ का अपराधियों को पाताल से पकड़ने का कथन कैसे सच हो सकता है। हां योगी आदित्यनाथ का यह वक्तव्य विरोधियों और विश्लेषकों में भय व्याप्त कर उन्हें सच्चाई से जनता को रुबरू कराने से रोकने के लिए अनुसरणीय हो सकता है।
अब सबसे ज्यादा गंभीर विषय तो यह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी श्री आदित्यनाथ की अपराधी की परिभाषा क्या है? क्या उनकी अपराधियों को लेकर सोच और परिभाषा संविधानिक और देश में मौजूद कानूनों के आधार पर है ? या सिर्फ उनके द्वारा अपराध को लेकर वही सोच और परिभाषा है जो राजनीतिक विश्लेषक और विरोधियों को लेकर भाजपा राज में सबके सामने है।
शायद हिन्दू हृदय सम्राट योगी श्री आदित्यनाथ को अपने दूसरे कार्यकाल में भी यह मालूम न हुआ हो कि अब उत्तर प्रदेश में जितने भी सफेद पोश अपराधियों से लेकर हर तरह के अपराधी गली-मोहल्ले से लेकर जिले और ऊपर तक भाजपा में ही हैं। जो अपने अपराधिक नेटवर्क को भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छत्रछाया में रह कर ही जबरदस्त उत्साह के साथ प्रमोट कर रहे हैं। अपराधी भी बहुत शातिर होते हैं वे कभी भी विपक्षी दलों में नही रहते। ये एक राजनीतिक परम्परा भी है। वैसे भी भाजपा ने राजनीतिक विपक्ष और लोकतंत्रिक सिस्टम की हत्या कर दी है। क्या आपको मालूम नही है कि आपने विपक्ष का गला घोंटने में कोई कोर कसर नही छोड़ी सब आतंकित कर दिए गए हैं? आपके शासन में विपक्ष में बोलने की शर्त जेल है, ऐसे में कोई सिरफिरा ही आपके खिलाफ बोलने की हिम्मत करेगा।
मधु चमारी। संपादक सुप्रीम न्यूज। गौतम पुरी वाली।
हमारा सम्पर्क सूत्र
supremenews72@gmail.com