पत्रकारिता

“सुप्रीम न्यूज” पेट पालू पत्रकारों से दूरी और पाठक पत्रकारों के दम पर सबसे दमदार न्यूज नेटवर्क

पेट पालू पत्रकारों से दूरी के कारण सबसे कम पत्रकारों वाला नेटवर्क होने के बावजूद अपने पाठकों और शुभचिंतकों के दम पर पत्रकारिता करने पर हमें गर्व है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि हम पत्रकारिता के नाम पर पेट पालने वाले पत्रकारों से बहुत दूर होने की वजह से सबसे निष्पक्ष, विश्वसनीय, जनहितैषी और पारदर्शी न्यूज नेटवर्क हैं ~ संजय भाटी

783599 1332 आप सुप्रीम न्यूज नेटवर्क के नम्बर को अपने गांवों की समस्यायों और खबरों के लिए WhatsApp ग्रुप में शामिल कर सकते हैं। साथ ही जन सरोकार से जुड़ी खबरों के लिए 9811291332 पर फोन पर सूचित करें/ supremenews72@gmail.com पर मेल भेज कर सूचित करें ~ संजय भाटी 

सुप्रीम न्यूज नेटवर्क 

यदि आप जनसरोकारों पर पत्रकारिता करना चाहते हो तो सुप्रीम न्यूज है, बेहतर विकल्प क्योंकि सुप्रीम न्यूज नेटवर्क किसी भी प्रकार के विज्ञापन प्रकाशित नही करता।

हम पत्रकारों से विज्ञापन के रूप में भिख और नजराना नही मंगवाते

नेताओं के शुभकामना संदेश हों या फिर किसी भी तरह के सरकारी और प्राइवेट विज्ञापन सुप्रीम न्यूज नेटवर्क सबसे दूर रहता है। हम प्रायः देखते हैं कि विभिन्न राजनीतिक दलों व संगठनों से जुड़े नेता अवैध धंधों जैसे जमीनों की खरीद फरोख्त/ कब्जे/प्रापर्टी विवादों में लिप्त होते हैं। जो मीडिया संस्थानों,अखबारों और पत्रकारों को हजार, पांच सौ रुपए विज्ञापन के रूप में देकर या पीना/खाना करके प्रेस कॉन्फ्रेंस आदि करके अपनी गैरकानूनी गतिविधियों का नेटवर्क चलते हैं। जिसके चलते पत्रकार ऐसे लोगों को वरिष्ठ नेता/वरिष्ठ समाजसेवी बता कर गुण-गान करते हैं।

पत्रकारिता और कानून व्यवस्था को मजबूत और विश्वसनीय बनाए रखने के लिए सुप्रीम न्यूज परिवार के सदस्य हमेशा कानून के दायरे में रहकर जनसरोकार पर पत्रकारिता करते हैं। सुप्रीम न्यूज परिवार के सदस्य वकालत हो या फिर पत्रकारिता किसी भी रोल में कभी भी पुलिस – प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों से गलबहियां नही करते। हम कानून और जन सरोकार सर्वोपरिता के सिद्धांत के आधार पर चलते हैं।

अपनी इन्हीं खुबियों के दम पर सुप्रीम न्यूज नेटवर्क हमेशा पत्रकारों की संख्या के मामले में सबसे छोटा होने के बावजूद भी निष्पक्ष, मजबूत और जनप्रिय न्यूज नेटवर्क बना रहता है। सुप्रीम न्यूज में कम पत्रकार होने के कारण दलाली, सैटिंग गैटिंग और पेट पालने वाले पत्रकारों से जुड़े भ्रष्टाचार से बचा रहता है।

पेट पालू पत्रकारों से दूरी का सिद्धांत ही ‘सुप्रीम न्यूज’ को हमेशा सबसे ज्यादा निष्पक्षता और पारदर्शिता देता रहा है। सुरक्षित और मुक्त रहता है।

दूसरी ओर सुप्रीम न्यूज अपने पाठकों, शुभचिंतकों, यहां तक कि खुद पीड़ितों द्वारा भेजी गई खबरों को पत्रकारों द्वारा भेजी गई खबरों की तरह स्वीकार करके निष्पक्ष पत्रकारिता को सपोर्ट कर अपनी खबरों में निष्पक्षता और पारदर्शिता को बनाए रखने में हमेशा कामयाब रहा है।

सुप्रीम न्यूज पेट पालू पत्रकारों से हमेशा दूरी बनाए रखने के चलते सबसे कम पत्रकारों वाला नेटवर्क होने के बावजूद अपने पाठकों और शुभचिंतकों के दम पर पत्रकारिता करता रहा है जिस पर हमें गर्व है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि हम पत्रकारिता के नाम पर पेट पालने वाले पत्रकारों से बहुत दूर होने की वजह से सबसे निष्पक्ष, विश्वसनीय, जनहितैषी और पारदर्शी न्यूज नेटवर्क हैं ~ संजय भाटी

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