बिहारभ्रष्टाचार

सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों पर जिला प्रशासन क्यों मेहबान?

 

सुप्रीम न्यूज।बिहार। बिहार के सिवान जिले में घर के बाहर अवैध रूप से अतिक्रमण करने के विरोध पर दबंगों ने महिला समेत दो लोगों को मारपीट कर घायल कर दिया।

महिला ने कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। लेकिन पुलिस ने मामले को रफा दफा कर दिया है। मामला बिहार के सीवान जिले के पंचरुखी थाना क्षेत्र का है। जहा दंबगों ने एक महिला व उसके परिजनों को सिर्फ इसलिए मारा क्योंकि महिला ने उनके द्वारा किये जा रहे अतिक्रमण का विरोध किया था।

पीड़िता गुडिया देवी ने कोतवाली में दी तहरीर में बताया कि दिनांक 29/09/2022 को वह अपने घर के सामने कुछ कार्य करवा रही थी।जिसका विरोध गांव के ही कन्हैया साह जिसपर सरकारी जमीन पर कब्जा करने के गंभीर आरोप है ने किया।जिसका विरोध पीड़िता पहले ही कर चुकी है। इसी द्वेश भावना के चलते कन्हैया साह ने मेरा काम रुकवा दिया व मेरे साथ मारपीट की। उसके बाद अपने तीनों लडकों मनोज,अनोज और प्रदीप को बुलवा कर मारपीट की। उस समय तो आरोपी वहां से चला गया, लेकिन कुछ देर बाद ही अपने साथ तीन युवकों को लेकर उसके घर पहुंच गया। जहां आरोपियों ने पीडिता व उसके परिजनों के साथ गाली-गलौज करते हुये मारपीट शुरु कर दी।दंबगों ने मानवता को तार तार करते हुये पीड़िता के कपड़े तक फाड़ डाले।

हंगामा होने पर पड़ोसियों और ग्रामीणों को आता देख आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले।पीड़िता ने आरोपियों को नामजद करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है।वही पुलिस अपने निजी स्वार्थों के लिए आरोपियों को बचाने का कार्य कर रही है।बताते चले कि पीड़िता के पति उमेश कुमार पेशे से पत्रकार है और निरंतर गलत कार्यों के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहते है।अब देखना यह है कि सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले आरोपियों के खिलाफ कारवाई होती है या फिर अपने निजी स्वार्थों के लिए इन्हें अभयदान दे दिया जायेगा।

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